The best Side of Shodashi
Wiki Article
पद्माक्षी हेमवर्णा मुररिपुदयिता शेवधिः सम्पदां या
एकस्मिन्नणिमादिभिर्विलसितं भूमी-गृहे सिद्धिभिः
सानन्दं ध्यानयोगाद्विसगुणसद्दशी दृश्यते चित्तमध्ये ।
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
The devotion to Goddess Shodashi is really a harmonious blend of the pursuit of attractiveness and The search for enlightenment.
यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।
पुष्पाधिवास विधि – प्राण प्रतिष्ठा विधि
In case the Shodashi Mantra is chanted with a clear conscience and also a determined intention, it can make any want appear correct to suit your needs.
The story is a cautionary tale of the strength of need and the necessity to establish discrimination via meditation and following the dharma, as we progress within our spiritual path.
॥ अथ श्री त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः ॥
Goddess Tripura Sundari is also depicted read more for a maiden wearing excellent scarlet habiliments, dark and lengthy hair flows and is totally adorned with jewels and garlands.
ह्रीं ह्रीं ह्रीमित्यजस्रं हृदयसरसिजे भावयेऽहं भवानीम् ॥११॥
तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।
Knowing the importance of these classifications assists devotees to choose the appropriate mantras for his or her personalized spiritual journey, making certain that their practices are in harmony with their aspirations as well as divine will.